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असम में 5 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित, 11 मौतें:मध्य प्रदेश के 38 जिलों में बारिश

देश के पूर्वोत्तर राज्यों में 29 मई को मानसून ने दस्तक दी थी। 5 दिन बीतने के बाद भी मानसून वहीं ठहरा हुआ है। इसके चलते मणिपुर, असम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम और सिक्किम में तेज बारिश हो रही है।

असम में 22 जिलों के 1254 गांवों के 5.35 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़-लैंडस्लाइड में अब तक 11 लोगों की मौत हुई है। 15 नदियां उफान पर हैं। सड़क, रेल और बोट सर्विस प्रभावित है। कुल 165 राहत शिविरों में 31 हजार 212 लोग ठहराए गए हैं।

उत्तरी सिक्किम के लाचेंग-चुंगथांग कस्बों में लैंडस्लाइड के कारण फंसे 1678 टूरिस्ट्स रेस्क्यू किए गए। 100 से ज्यादा अभी भी यहां फंसे हैं। मंगन जिले में बाढ़ को आपदा घोषित किया गया है। 31 मई की शाम जिले के छातेन में मिलिट्री कैंप पर लैंडस्लाइड में 3 जवानों की मौत हुई थी। लापता 6 जवानों की तलाश जारी है।

इधर, बिहार के सीवान में सोमवार को आंधी-बारिश के बाद दीवार-पेड़ गिरने से अलग-अलग इलाकों में 2 महिलाओं समेत 7 लोगों की मौत हो गई। जयपुर में भी दीवार गिरने से एक महिला की जान चली गई। वहीं, मध्य प्रदेश के 38 जिलों में आज आंधी-बारिश का अलर्ट है।

पूर्वोत्तर में हालात

त्रिपुरा में बाढ़ के हालात में सुधार हुआ है। नदियां खतरे के निशान से नीचे हैं। राज्य के बाढ़ प्रभावित जिलों में 66 राहत शिविर खोले गए हैं, यहां 2926 परिवारों को 10800 से ज्यादा लोग मौजूद हैं। पश्चिमी त्रिपुरा जिले में सबसे अधिक ज्यादा 50 राहत शिविर हैं। राज्य में 219 घर बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। राज्य के 5 जिलों में आज ऑरेंज अलर्ट जारी है।

इधर, अरुणाचल प्रदेश में एयरफोर्स ने सोमवार को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। प्रदेश के निचली घाटी दिबांग में बोमजीर नदी में फंसे 14 व्यक्तियों को बचाया गया। वायुसेना के मुताबिक असम और अरुणाचल प्रदेश में एमआई-17 हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बाढ़ग्रस्त इलाकों से लोगों को निकाला जा रहा है।

वहीं, मणिपुर में बाढ़ से 19 हजार 811 लोग प्रभावित हैं। 3,365 घरों को नुकसान पहुंचा है। बीते 4 दिनों में राज्य में लैंडस्लाइड की 47 घटनाएं हुईं। राज्य में 31 राहत शिविर खोले गए हैं, अधिकतर पूर्वी हिस्से में हैं।