MP-राजस्थान के 56 जिलों में बारिश, 18 में हीट वेव
मौसम विभाग ने बुधवार को देश के 24 राज्यों में आंधी-बारिश और तूफान का अलर्ट जारी किया है। इसमें कर्नाटक, केरल, गुजरात, गोवा में भारी बारिश की चेतावनी है। मंगलवार को भी इन राज्यों में तेज बारिश हुई थी।
राजस्थान में अलवर, भरतपुर समेत 16 जिलों में बारिश और 10 जिलों में हीट वेव चलने की संभावना है। मध्य प्रदेश के 40 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट है। वहीं ग्वालियर-चंबल सहित 8 जिलों में लू चलने के आसार है।
बिहार के पूर्णिया, किशनगंज और कटिहार सहित 17 जिलों में ऑरेंज और 20 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट है। सुपौल में आकाशीय बिजली गिरने से मंगलवार को 2 लोगों की मौत हो गई।
झारखंड के बोकारो जिले में मंगलवार को बिजली गिरने से 3 और नदी में डूबने की घटनाओं में 4 लोगों की मौत हो गई। महाराष्ट्र के ठाणे में 4 मंजिला इमारत ढहने से 6 लोगों की मौत हुई।
कर्नाटक में तेज बारिश हुई घटनाओं में 8 लोगों की मौत हो गई। राज्य के 7 जिलों में आंधी-बारिश का रेड अलर्ट है। बेंगलुरु के कई इलाकों में पानी भर गया है। यहां ऑरेंज अलर्ट है।
इधर, केरल के 4 जिलों में भारी से भारी बारिश, जबकि 8 जिलों में बारिश का अलर्ट है। भारतीय मौसम विभाग का अनुमान है कि केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की एंट्री 4-5 दिन में हो सकती है। जबकि पूर्वानुमान 27 मई का है।
मानसून के 4-5 दिनों में केरल पहुंचने की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले चार-पांच दिनों में केरल पहुंच सकता है, जबकि पूर्वानुमान 27 मई का है। यदि ऐसा होता है तो 2009 के बाद से समय से पहले दस्तक देने वाला पहला मॉनसून होगा। 2009 में 23 मई को ही केरल में मॉनसून पहुंच गया था।
विभाग के मुताबिक आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून तक केरल में दस्तक देता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से हट जाता है। मानसून पिछले साल 30 मई को केरल में पहुंचा था। 2023 में 8 जून को, 2022 में 29 मई, 2021 में 3 जून, 2020 में 1 जून, 2019 में 8 जून और 2018 में 29 मई को पहुंचा था।
पिछले 5 साल में मानसून का अनुमान कितना सही रहा
पिछले 5 सालों के आंकड़ों को देखें तो मानसून सीजन में बारिश को लेकर केंद्रीय वेदर एजेंसी IMD और प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट का अनुमान लगभग सही रहा है। 2024 में मानसून सीजन में 108 फीसदी बारिश हुई थी, जबकि IMD ने 106 फीसदी और स्काईमेट ने 102 फीसदी बारिश का अनुमान जताया था।
2023 में 94 फीसदी बारिश हुई थी। IMD ने 96 फीसदी और स्काईमेट ने 94 फीसदी बारिश का अनुमान जताया था। इससे पहले 2022 में 106 फीसदी बारिश हुई थी। यह IMD और स्काईमेट दोनों के अनुमान से ज्यादा था।