एयरस्ट्राइक के खिलाफ पाकिस्तान के सपोर्ट में चीन-तुर्किये:इजराइल ने दिया भारत का साथ
भारत ने मंगलवार देर रात पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक कर 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया है। ये हमले 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत बहावलपुर, मुरीदके, बाघ, कोटली और मुजफ्फराबाद में किए गए।
पाकिस्तान मीडिया का दावा है कि भारतीय हमले में 30 लोग मारे गए हैं। अमेरिका, इजराइल, तुर्किये और UAE ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है। जहां तुर्किये पाकिस्तान के सपोर्ट में उतरा है, वहीं इजराइल ने भारत के लिए समर्थन जताया है।
पाकिस्तान को चीन-तुर्किये का साथ मिला
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने 7 मई को पाकिस्तान पर भारत की एयर स्ट्राइक पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भारत की सैन्य कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण है। हम मौजूदा हालात को लेकर चिंतित हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि चीन आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध करता है। हम दोनों पक्षों से अपील करते हैं कि वे शांति और स्थिरता को प्राथमिकता दें। संयम बरतें और ऐसे कदम न उठाएं जो हालात को और जटिल बना दें।
वहीं, तुर्किये के विदेश मंत्री हकान फिदान ने भी पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री मुहम्मद इशाक डार को फोन कर एकजुटता जाहिर की।
इजराइल बोला- भारत को आत्मरक्षा का अधिकार
भारत में इजराइल के राजदूत रूवेन अजार ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत का समर्थन किया है। उन्होंने कहा- इजराइल, भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का पूरी तरह समर्थन करता है। आतंकियों को यह जान लेना चाहिए कि मासूमों के खिलाफ उनके घिनौने अपराधों से उन्हें छिपने की कोई जगह नहीं मिलेगी।'
UAE की अपील- दोनों देशों से संयम बरतेUAE ने भारत और पाकिस्तान से कहा कि ऐसे हालात पैदा न करें जो क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए खतरा बने। UAE के उप प्रधानमंत्री और विदेश मामलों के मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने और तनाव कम करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि डिप्लोमेसी और बातचीत के जरिए ही विवाद को शांतिपूर्ण ढंग से हल करना सबसे बेहतर रास्ता है।
अमेरिका ने कहा- यह शर्मनाक है अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'यह शर्मनाक है। मुझे लगता है कि लोगों को पता था कि कुछ होने वाला है। वे लंबे समय से लड़ रहे हैं। अगर आप इसके बारे में सोचें तो वे कई दशकों और सदियों से लड़ रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि यह जल्द ही खत्म हो जाएगा।
सोमवार को पाकिस्तान से सपोर्ट में कूदा था OIC सोमवार को न्यूयॉर्क में ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) ने एक बयान जारी कर दक्षिण एशिया में बिगड़ते माहौल पर चिंता जाहिर की थी। OIC ने कहा था कि भारत के इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के खिलाफ निराधार आरोपों की वजह से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है।
भारत के आरोपों पहले से ही तनावपूर्ण हालात और ज्यादा बिगड़ सकते हैं। OIC हर तरह के आतंकवाद की निंदा करता है, चाहे वह किसी के द्वारा भी और कहीं भी किया गया हो।
भारत की दो टूक- हमारे मामले में हस्तक्षेप स्वीकार नहीं OIC के इस बयान पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था कि OIC का पहलगाम आतंकवादी हमले और इसके बॉर्डर पार (पाकिस्तान) से जुड़े तारों को पहचानने से इनकार करने का बयान बेतुका है।
पाकिस्तान की और कोशिश OIC से अपनी मर्जी का बयान जारी करवाना और उसे गुमराह करने की है। एक ऐसा देश जो लंबे वक्त से क्रास बॉर्डर टेररिज्म में शामिल है। हम भारत के आंतरिक मामलों में OIC के हस्तक्षेप को अस्वीकार करते हैं।
भारत ने 15 दिन बाद लिया पहलगाम का बदला पहलगाम हमले के 15 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। ये वही ठिकाने हैं, जहां से भारत पर आतंकी हमलों की साजिश रची जा रही थी और उन्हें अंजाम दिया जा रहा था। पाकिस्तान की स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, बहावलपुर में एयर स्ट्राइक के बाद 100 से ज्यादा आतंकियों की मौत हुई है।