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आतंकियों ने अभी ही क्यों किया कश्मीर हमला |

22 अप्रैल 2025 को जब PM नरेंद्र मोदी सऊदी अरब दौरे पर थे और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत में मौजूद थे, उसी दिन जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने बड़ा हमला कर दिया। 25 साल पहले जब अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भारत आए थे, तब भी ऐसा आतंकी हमला हुआ था। 

सवाल उठता है कि कश्मीर में अभी हमला होना क्या सिर्फ एक संयोग है या आतंकियों की सोची-समझी रणनीति। 3 थ्योरी में समझिए आतंकियों के मंसूबों की पूरी कहानी…

अमेरिकी उपराष्ट्रपति भारत के दौरे पर; आतंकी दिखाना चाहते हैं कि हम कभी भी कुछ भी कर सकते हैं |

अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस कल यानी सोमवार को 4 दिन की भारत यात्रा पर पहुंचे। उनका प्लेन सुबह 9:45 बजे दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर उतरा। जेडी वेंस के साथ उनकी पत्नी उषा और तीनों बच्चों- इवान, विवेक और मिराबेल भी भारत आए। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उन्हें रिसीव किया। एयरपोर्ट पर ही उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। वेंस, उनकी पत्नी और बच्चों के सामने कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य पेश किया। इसके बाद वेंस परिवार दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर गया और वहां करीब 1 घंटे रुका।

वेंस करीब 6:30 बजे PM से मिलने 7 लोक कल्याण मार्ग पहुंचे थे, जहां PM ने उन्हें रिसीव किया। उपराष्ट्रपति बनने के बाद यह जेडी वेंस की पहली आधिकारिक भारत यात्रा है।

इसी तरह 20 मार्च 2000 को जब तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भारत आए थे, तो अनंतनाग जिले के छत्तीसिंहपोरा गांव में हथियारबंद आतंकियों ने हमला कर दिया। इसमें 35 सिख मारे गए थे। कश्मीर में ये पहली बार था कि आतंकियों ने सिखों को निशाना बनाया था।

आतंकियों ने यही दिन क्यों चुनाः अमेरिकी उपराष्ट्रपति की यात्रा का एक सिक्योरिटी प्रोटोकॉल होता है। उनके आने से पहले ही दो C-17 ग्लोबमास्टर प्लेन आ गए थे। अमेरिकी एजेंसियों ने डेरा जमा लिया। इंटेलिजेंस एक्टिवेट है। इसके बावजूद आतंकियों ने कश्मीर पर हमला करके ये संदेश देने की कोशिश की है कि हम कभी भी कुछ भी कर सकते हैं।

मोदी सऊदी अरब के दौरे पर; आतंकी संदेश देना चाहते हैं कि कश्मीर का मुद्दा मरा नहीं है |

22 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी सऊदी अरब के जेद्दाह पहुंचे। दो दिन का ये दौरा कई दिनों पहले से तय था। सऊदी अरब के दौरे में पीएम मोदी वहां के क्राउन प्रिंस से मुलाकात करेंगे। दोनों नेताओं के बीच योग, मीडिया, मनोरंजन और खेल को लेकर MoU साइन होने की उम्मीद हैं। इसके अलावा सऊदी की जेलों में बंद 2633 भारतीयों को लेकर भी दोनों देशों के बीच बातचीत हो सकती है। साथ ही दोनों देश इकोनॉमिक कॉरिडोर और फ्री-ट्रेड एग्रीमेंट पर भी चर्चा कर सकते हैं।

ऐसे में सऊदी अरब के पारंपरिक दोस्त और रणनीतिक साझेदार पाकिस्तान को पीएम मोदी का ये दौरा कहीं न कहीं चुभ रहा है। थिंक टैंक सनोबर इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर और पाकिस्तानी एनालिस्ट कमर चीमा मानते हैं कि पीएम मोदी का सऊदी दौरा पाकिस्तान के लिए एक तरह की चुनौती है। कमर चीमा के मुताबिक, सऊदी अरब पाकिस्तानी भिखारियों के लिए नया नियम ला रहा है। वहीं भारत के पीएम मोदी अरबों डॉलर की डील करने जा रहे हैं।

आतंकियों ने यही दिन क्यों चुना: आतंकियों ने सऊदी अरब समेत मिडिल ईस्ट के मुस्लिम देशों और भारत सरकार को एक मैसेज देने की कोशिश की है कि कश्मीर का मुद्दा अभी खत्म नहीं हुआ है। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जरनल संजय कुलकर्णी कहते हैं, ‘ये आतंकी हमला टाइमिंग देखकर और सुनियोजित तरीके से किया गया है। भारत के प्रधानमंत्री मोदी मिडिल ईस्ट गए हुए हैं। ऐसे में ये वारदात भारत को नीचा दिखाने के लिए हुई है।’

कश्मीर के लिए ट्रेन शुरू होने वाली थी; आतंकी कश्मीर टूरिज्म प्लान फेल करना चाहते हैं |

भारत ने चिनाब ब्रिज पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज तैयार कर लिया है। इससे अब श्रीनगर के लिए सीधी रेल कनेक्टिविटी संभव हो पाई है। 25 जनवरी को कटरा-श्रीनगर रूट का सफल ट्रायल हुआ था। ट्रेन सुबह 8 बजे कटरा से रवाना हुई और 11 बजे श्रीनगर पहुंची। ट्रेन ने 160 किमी का सफर 3 घंटे में पूरा किया था। 19 अप्रैल 2025 को पीएम मोदी इसका उद्घाटन करने वाले थे। साथ ही कटरा (माता वैष्णो देवी) पहुंचकर जम्मू-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाने वाले थे। हालांकि किन्हीं वजहों से उन्होंने ये प्लान पोस्टपोन कर दिया। देश के बाकी हिस्सों से कश्मीर की ट्रेन कनेक्टिविटी होने से पर्यटन तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।