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वक्फ कानून पर हिंसा-24 परगना में पुलिस की गाड़ियां जलाईं:प्रदर्शनकारियों ने हाईवे जाम किया

वक्फ कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा होने के बाद अब दक्षिण 24 परगना में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई है। बसंती हाईवे पर बैरमपुर में पुलिस ने इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के कार्यकर्ताओं को लेकर जा रही एक गाड़ी को रोका, जिससे अशांति फैल गई। दरअसल, भांगर, मिनाखा, संदेशखाली से ISF कार्यकर्ता और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान सुबह 10 बजे हाईवे जाम कर दिया था। रामलीला मैदान जा रहे कार्यकर्ताओं ने पुलिस को घेर लिया। इन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

हाईवे पर हालात काबू में आ गए, लेकिन उग्र भीड़ ने शोणपुर में पुलिस की 5 बाइक में तोड़फोड़ की और उनमें आग लगा दी। कैदियों को ले जाने वाली वैन को पलटा दिया और उसमें भी तोड़फोड़ की। ये कार्यकर्ता इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के विधायक नौशाद सिद्दीकी के कहने पर कोलकाता के रामलीला मैदान में होने वाली जनसभा में शामिल होने जा रहे थे। जनसभा के दौरान नौशाद ने ये आरोप लगाया कि भाजपा और तृणमूल कांग्रेस दोनों ही वोट बैंक की राजनीति के लिए पश्चिम बंगाल में धर्म से खेल रहे हैं। इन्हें आर्थिक विकास की कोई चिंता नहीं है।

मुर्शिदाबाद में फोर्स की तैनाती के बाद हालात सुधरे, 19 परिवार लौटे

इधर, मुर्शिदाबाद में 10-12 अप्रैल बीच हुई हिंसा के बाद अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। सोमवार को ADG लॉ एंड ऑर्डर जावेद शमीम ने बताया- दुकानें खुलने लगी हैं। अब तक 19 विस्थापित परिवार अपने घर लौट चुके हैं। मालदा और मुर्शिदाबाद जिला प्रशासन मिलकर लोगों की सुरक्षित वापसी करवा रहा है।

शमीम ने कहा- अब तक 210 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पिता-पुत्र की हत्या मामले में अलग केस दर्ज किया जाएगा और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, केंद्र सरकार ने हिंसाग्रस्त इलाकों में 1600 जवान तैनात किए हैं। हिंसाग्रस्त इलाकों में इंटरनेट बैन है। BNS की धारा 163 भी लागू है।