इस राज्य में स्कूल और कॉलेज अब बच्चों को नहीं करा सकेंगे पिकनिक
अक्सर आपने देखा होगा कि स्कूल या फिर कॉलेज अपने छात्र-छात्राओं को विकेंड या किसी हॉलिडे के दौरान पिकनिक टूर पर लेकर जाते हैं। बच्चे इसे काफी इंजॉय करते हैं और खुशी से इसे अपने दोस्तों को इसके बारे में बातते हैं। पर इस पिकनिक पर अब उमर सरकार ने रो लगा दी है। जम्मू कश्मीर की उमर अब्दुल्ला सरकार ने मंगलवार को प्रदेश में वीकेंड और छुट्टियों के दौरान स्कूलों और कॉलेजों द्वारा पिकनिक पर बैन लगा दिया है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
शिक्षा मंत्री सकीना इटू ने छात्रों की सुरक्षा का हवाला देते हुए इस पर पाबंदी लगाई है। उन्होंने प्रदेश के सभी स्कूल और कॉलेज द्वारा पिकनिक आयोजित करने के मानक संचालन प्रक्रियाओं और प्रोटोकॉल को जांचा और फिर शनिवार, रविवार और छुट्टियों के दिनों में पिकनिक पर पूर्ण प्रतिबंध लागू करने के लिए सख्त आदेश जारी कर दिए। मंत्री ने यह फैसला इसलिए लिया क्योंकि हालही में कुपवाड़ा में एक कॉलेज बस पलट गई और हादसे में 2 बच्चों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
शिक्षा मंत्री ने की बैठक
शिक्षा मंत्री ने छात्रों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए मौजूदा ट्रैफिक नियमों की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित की। इस बैठक में उन्होंने बढ़ते दुर्घटनाओं पर नाराजगी जाहिर की और ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट और पुलिस से छात्रों पर विशेष ध्यान देते हुए ओवरस्पीडिंग और शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ अभियान चलाने को कहा। बता दें कि 12 अप्रैल को कुपवाड़ा जिले में पिकनिक मनाने जा रही सरकारी डिग्री कॉलेज सोगाम के 2 छात्रों की बस पलटने से मौत हो गई और 21 घायल हो गए थे।
सभी स्कूल और कॉलेज बसों के होंगे डाक्यूमेंट चेक
शिक्षा मंत्री सकीना ने ट्रैफिक नियमों के कई पहलुओं पर भी बात की जैसे कॉलेज और स्कूल बसों के ड्राइविंग लाइसेंस, फिटनेस सर्टिफिकेट और डाक्यूमेंट की वैलिडिटी और उनमें सीसीटीवी कैमरे और अग्नि सुरक्षा उपकरण लगाना। मंत्री ने स्कूली बच्चों को ले जाने वाली सभी सरकारी और प्राइवेट बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के सख्त निर्देश दिए। साथ ही मंत्री ने फिटनेस और अन्य पहलुओं के बारे में सभी कॉलेज और स्कूल बसों की नियमित जांच पर जोर दिया। उन्होंने कॉलेजों के डायरेक्टर को सभी कॉलेज बस चालकों का नए सिरे से ड्राइविंग टेस्ट लेने के लिए भी कहा। आगे शिक्षा के अतिरिक्त मुख्य सचिव को हाल ही में हुई दुर्घटना के संबंध में गहन विभागीय जांच करने का भी निर्देश दिया।